सोमदेवक दूटा उपन्यास मैथिली साहित्यकें भेटलैक अछि। ओ थिक चानो दाइ आ होटल अनारकली। होटल अनारकली एकटा जासूसी उपन्यास अछि। प्रकाशनक बाद ई उपन्यास खूबे चर्चित भेल छल। ओहुना मैथिलीमे जासूसी उपन्यासक चलन नहि...
देश-दुनिया में आधुनिक हुए लोगों को विज्ञान एवं प्रौ़द्योगिकी ने बड़ी सुविधा दी है। लोग बहुत खुश हैं। ऐशो-आराम की सारी वस्तुएँ उनसे मात्र एक फोन-कॉल की दूरी पर है। किन्तु लोग चिन्तित भी बहुत...
पूरे देश में इन दिनों बड़ी बारीकी से भाषा का खेल खेला जा रहा है। देखते-देखते दुनिया भर की हजारो बोलियाँ लुप्त हो गईं, किन्तु आन्दोलनधर्मियों को लग रहा है कि बोलियों को परे ठेलकर वे कोई महान सेवा...
योगानंद झाक नाम स्मरणमे अबैत देरी स्वतः एकटा कथाक शीर्षक समक्ष मे आबि नाचि जाइत अछि– ‘आम खयबाक मुँह’ ! मुदा सेहो एसगरे नहि, ओकरा संगे ‘रुसल जमाय’ सेहो. मुदा दुनूक रचनाकार दू. एक...
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